लोग अपनों को भी कुर्बान करते हैं !! लोग अपनों को भी कुर्बान करते हैं !!
तनया आई महकता आँगन घर बहार। तनया आई महकता आँगन घर बहार।
जो एक पल में आँसू छलकाने की क्षमता रखता जब अपने कहते- और आना। जो एक पल में आँसू छलकाने की क्षमता रखता जब अपने कहते- और आना।
मंथन में रातें और उम्मीदों में दिन गुजरते हैं ! मंथन में रातें और उम्मीदों में दिन गुजरते हैं !
क्या हुआ मतलब के इतना संभाला आपको , आप हो कौन ये बतया आप को। ना सुनी ना समझी बताई हुई बातों को , क्या हुआ मतलब के इतना संभाला आपको , आप हो कौन ये बतया आप को। ना सुनी ना समझी ब...
अपनों के मुख पर एक मुस्कान हेतु। अपनों के मुख पर एक मुस्कान हेतु।